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11/30/2018

चार गुण बहुत


  • चार गुण बहुत दुर्लभ हैं , धन में पवित्रता , दान में विनय , वीरता में दया और अधिकार में निराभिमानता !

  • पूज्य सुधांशुजी महाराज्

10/30/2018

अपने आपको



अपने आपको संभालना सब से बडी कला हे !
पूज्य सुधांशुजी महाराज   

10/28/2018

दुःखी रहना भी एक

दुःखी रहना भी एक आदत है। हँसते मुस्कराते रहना भी एक आदत है। यदि आदत बनानी है तो हँसते मुस्कराते रहने की बनाओ। 

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज  

शरीर की यात्रा

शरीर की यात्रा तभी ठीक रहती हैजब कर्म से जुड़े रहते है। 


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

10/08/2018

जिस दिन इंसान

जिस दिन इंसान अपनी कमजोरी को जीत लेता हैउस दिन वह बड़ा बन जाता है।

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

7/16/2018

बाहर सब लोग

बाहर सब लोग आपके लिए बदल जाएँ, ऐसा संभव नहीं है। आप ही संसार को देखने की दृष्टि थोड़ी बदल लीजिए

6/24/2018

मोती ग्यान के

मोती ग्यान के
जीतने के लिये प्रेम जीतो !
पीने के लिये क्रोध पीयो !
खाने के लिये गम खाओ !
देने के लिये दान दो !
लेने के लिये ग्यान लो !
कहने के लिये सत्य कहो !
रखने के लिये इज्जत रखो !
फेंकने के लिये ईर्ष्या फेंको !
छोडने के लिये मोह छोडो !
दिखाने के लिये दया दिखाओ !
श्रद्धा स्मारिका २००८ थाने मण्डल

प्रेम वाला

प्रेम वाला इंसान ही दुनिया में निर्माण कर सकता है।

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

5/16/2018



1/31/2018

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1/13/2018

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पढ़ना, समझना

पढ़नासमझना और फिर जीवन में उतारना ही ज्ञान का उपयोग है।

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

1/03/2018

आपके अन्दर

आपके अन्दर कोई दोष है तो अपने को सजा दीजिए। दूसरे का दोष देखो तो उसको क्षमा कर दीजिए। 

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज