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6/22/2008

ध्यान एक शुन्य में विरत की अनुभूति

ध्यान एक शुन्य में विरत की अनुभूति

सभुति की एक प्रसिध कथा है। वह वृक्ष के तले शुन्य अवस्था में बैठा हुआ था। अकस्मात उसने चकित होकर देखा की चारों थारफ आकाश से उसके ऊपर फूल बरस रहे थे। देवताओं ने प्रकट होकार कहा की "चकित मत होओ। तुमने हमें शून्यता के ऊपर सबसे बड़ा प्रवचन दिया है। हम सब उसीका उस्तव मन रहे है और तुम्हारे सन्मान में तुम्हारे ऊपर फूल बरसा रहे है।

सभुति ने कहा की मगर मै तो कुछ बोला भी नही। देवताओं ने उत्तर दिया कि " हा यह् सत्य है कि न तुमने कुछ बोला और न ही हमने कुछ सुना -

यही तो है शुन्यता पर दिया गया सबसे बड़ा प्रवचन ................................ ।

परम पूज्य सुधान्शु जी महाराज

मनुष्य सर्वत्र एक है.

मनुष्य सर्वत्र एक है।

उसके सुख - दुख को समज़ना ही ईश्वर को समज़ना है। यही है हमारी अध्यात्मिक संस्कृति का तकाजा।

डॉ केशव राव मुसलगावकर

In Vishwa Managal Divas Issue of 2005 by Vishwa Jagriti Mission

6/06/2008

some secrets about meditation


Q: what is the test of your being in Meditation?
* Your breathing becomes fainter ;,
* People may shout around you ,but you don"t feel their presence:,
* You do not become tired :,
* You will not hear sound around you:,
* You do not look on people, who look at you :,
* people may cry around you ,but you ignore them:,
Include meditation in your daily routine
Jeevansanchetna inaugural issue

some secrets about meditation

Q:What will you feel?
* you will get detached from wordly things ;,
* Awareness of your existence ceases :,
* With contineous practice ,inner light will shine in you :,
* Your Isht ( The God of Your preference)will enter your heart :,
* Isht will have dialogue wiyh you:
* Jeevan sanchetna Inaugaral issue